Crypto : क्या क्रिप्टो डॉलर की जगह ले सकता है जाने पूरी जानकारी

Crypto : बात करे क्रिप्टो के बारे में तो आजकल क्रिप्टोकरेंसी और अन्य दूसरे पैसे बहुत चर्चा में है अभी तो दुनिया में ज्यादातर पेमेंट यानि भुगतान डॉलर में हो रहा है, लेकिन एक नया तरीका है क्रिप्टो डिजिटल पैसा इस्तेमाल करने का ,अब ये सवाल उठता है की क्या डिजिटली मनी डॉलर की जगह ले सकता है |

कैरोलिन वुड्स TheStreet की एक पत्रकार ने रेबेका वॉल्सर (Rebecca Walser) की एक्सपर्ट से बात की, जो पैसे और निवेश की सलाह देती हैं। इस बातचीत में रेबेका ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी (जैसे बिटकॉइन) भविष्य में डॉलर की जगह कैसे ले सकती है और अगर ऐसा होता है तो आम लोगों की जिंदगी पर इसका क्या असर पड़ेगी |

रेबेका वॉल्सर (Rebecca Walser) ने क्या बताया

रेबेका वॉल्सर ने कही हैं की आने वाले समय में पैसा पूरी तरह दिजिटली हो सकता है , जो की ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर चलेगा। फिर तब देशों को आपस में लेन-देन करने के लिए डॉलर जैसे किसी एक खास पैसे पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
हर देश अपना डिजिटल करेंसी बना सकेगा (जैसे मेँ – स्टेबलकॉइन या सेंट्रल बैंक CBDC), उसी के जरिये वो ट्रेड [व्यापर] कर सकता है | मतलब की देश अपने डिजिटल पैसो से व्यापार कर सकता है बिना किसी दूसरे या तीसरे देश के पैसे या करेंसी के |

Crypto : बिटकॉइन क्यों खास है

बिटकॉइन इशलिए खरीदते है लोग क्योकि ये महंगाई से और इन्फ्लेशन से बचने के लिए एक तरीका मन जाना है, जैसे जैसे डॉलर कमजोर होगा, बिटकॉइन की मांग और बढ़ सकती है | डॉलर पिछले 10 सालो से वैल्यू गिर रहा है इसीलिए लोग डिजिटल करेंसी की वोर बढ़ रहे हैं |

क्या क्रिप्टो में खतरा भी है

रेबेका वॉल्सर ने कहा है की क्रिप्टो का दाम कभी भी ऊपर निचे हो सकता है, इसमें उतार चढ़ाव होता है, इसीलिए सोच समझ कर लम्बे समय के लिए इन्वेस्ट करना चाहिए |

 

प्रश्न सरल उत्तर
नई मुद्रा कैसे होगी? ब्लॉकचेन पर आधारित डिजिटल मुद्रा, जैसे हर देश की खुद की डिजिटल करेंसी या स्टेबलकॉइन।
डॉलर क्यों कमजोर होगा? डॉलर की वैल्यू गिर रही है, लोग वैकल्पिक विकल्पों की ओर बढ़ रहे हैं।
क्या सब क्रिप्टो खरीदें? रेबेका खुद निवेश करती हैं और अनुशंसा करती हैं, लेकिन कहती हैं कि इसमें जोखिम है।
क्रिप्टो का उपयोग क्या है? मुद्रास्फीति से बचाव और निवेश के लिए एक विकल्प माना जा रहा है।

 

 

 

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